बीमारियों से बचाव में कारगर है नियमित टीकाकरण-डां.राकेश ।

महराजगंज ।नियमित टीकाकरण न केवल सुरक्षित और असरदार है, बल्कि यह बारह प्रकार की जानलेवा बीमारियों से बचाता है । माह के हर बुधवार व शनिवार को यह टीके सीएचसी ,पीएचसी,ज़िला अस्पताल सहित सभी ग्राम स्तरीय छाया एकीकृत ग्राम स्वास्थ ,स्वच्छता एवं पोषण दिवस के सत्रों पर मुफ़्त लगाये जाते है ।पात्र लाभार्थी बच्चों व गर्भवती महिलाओं को अभिभावक वहाँ ले जाकर समय समय पर टीकाकरण करवाएं।
उक्त बातें अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ राकेश कुमार ने कही. उन्होंने कहा कि कुछ परिवार ऐसे भी हैं । जो भय या भ्रांति के कारण बच्चों की टीकाकरण नहीं करवा रहे हैं । ऐसे उदासीन परिवारों को आशा व एएनएम चिन्हित कर स्थानीय प्रभाव रखने वाले लोगों की मदद से टीकाकरण के लिए तैयार कराएं । डिप्टी सीएमओ डाॅ वीर विक्रम ने कहा कि बाजार में जहां इन टीकों के लिए काफी पैसे खर्च करने पड़ते हैं, वहीं अस्पतालों पर ये टीके सरकारी प्रावधानों के तहत मुफ़्त उपलब्ध हैं । बच्चों के लिए पांच साल की उम्र तक सात बार नियमित टीकाकरण जरूरी है । सरकारी अस्पताल के टीके कोल्ड चेन में नियत तापमान पर रखे जाते हैं जिनके कारण इनकी गुणवत्ता बनी रहती है। निजी अस्पतालों में जन्म लेने वाले बच्चे भी टीकाकरण की सुविधा सरकारी अस्पताल से प्राप्त कर सकते हैं । टीकाकरण से पोलियो, हेपेटाइटिस बी , इंसेफेलाइटिस, डिप्थीरिया, गलघोंटू ,खसरा और टिटनेस जैसी आन्य बारह जानलेवा गंभीर बीमारियों से बचाव होता है. ट्रेनर स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी श्री भागवत सिंह ने टीके की वजह से होने वाले प्रतिकूल प्रभाव एवं सावधानी के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने बताया कि टीके के प्रतिकूल हो सकते हैं । यही वजह है कि टीके लगाने के बाद लाभार्थी को आधे घंटे तक केन्द्र पर रोका जाता है।
उन्होंने कहा कि टीकाकरण शुरू करने से पहले सफाई पर विशेष ध्यान देना है.हाथ धुलने और सेनेटाइज्ड करने के बाद सावधानी पूर्वक टीका लगाएं वैक्सीन वाले वायल का रख-रखाव भी ठीक से करें ।और किसी भी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव होने पर एएनएम उसका उचित प्रबंध करें lस्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी उमेश शाही ने बताया की हेपेटाइटिस बी बर्थ डोज का टीका जन्म के 24 घंटे के भीतर लग जाना चाहिए । जन्म के समय इसके साथ ओपीवी, और बीसीजी का टीका लगाया जाता है । यह विभिन्न प्रकार के वायरल और बैक्टेरियल संक्रमण से बचाव करता है ।पेंटवायलेंट ,डीपीटी जैसे कुछ टीकों के लगने के बाद बुखार आता है जिसके लिए टीकाकरण स्थल से ही दवा मिल जाती है ।प्रशिक्षण लेने वाली प्रशिक्षणार्थियों में सुमित्रा साहनी, कंचन कुशवाहा, रश्मि, अनुपमा, राधा, शशिकला भारती, वंदना, पूजा गौतम, स्वेता, हिन्दू साहनी प्रमुख तौर पर मौजूद रहीं ।