नगर पंचायत के जिम्मेदारों को नहीं है नगर वासियों की चिंता, बंदरो के आतंक से नगर वासी है परेशान।

बृजमनगंज।नगर पंचायत बृजमनगंज क्षेत्र मेंबंदरों के आतंक से नगरवासी परेशान हैं। अब तब बच्चों के साथ ही बुजुर्गो को बंदरों के काटने की कई घटनाएं घटित हो चुकी हैं। पैदल रास्तों पर चलना भी खतरे से खाली नहीं है। वहीं नगर पंचायत ने भी बंदरों से निजात दिलाने में हाथ खडे़ कर दिए हैं।नगर क्षेत्र के अन्तर्गत सोलह वार्ड आते हैं। इन सभी वार्डो में बंदरों का आतंक छाया हुआ है। सबसे ज्यादा समस्या स्कूल जाने वाले बच्चों की है। नगर में हर समय बंदर डेरा जमाए रहते हैं।कई बार सामान छीनने के लिए यह लोगों को काटने से भी गुरेज नहीं करते। पैदल रास्तों पर बंदरों के झुंड देखकर लोग अकेले जाने से भी कतराने लगे हैं।बंदरों के आतंक के पीछे नगर पंचायत की उदासीनता भी काफी हद तक जिम्मेदार है। नगर पंचायत में लगे जगह-जगह खुले कूड़ादान में बड़ी संख्या में बंदरों ने अपना आशियाना बना रखा है। बंदर खाद्य पदार्थो की तलाश में कूड़ा निकाल कर इधर-उधर बिखेर देते हैं जिससे पैदल रास्तों पर गंदगी फैल जाती है। यहीं नहीं खाने की तलाश में बंदर घरों के अंदर घुस कर लोगों के सामान को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। लेकिन नगर पंचायत बंदरों की समस्या से निजात दिलाने के लिए ठोस रणनीति नहीं बना सका है। अभी कुछ माह पहले नगर पंचायत ने बंदरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए बंदरों को पकड़ने का अभियान शुरू किया था। इन बंदरों को पकड़ने के लिए टीम आई थी। टीम ने नगर के विभिन्न वार्डो सहित आदि स्थानों पर बंदर पकड़ने का कार्य किया। लेकिन कुछ बंदरो को पकड़ने के बाद अभियान ठप पड़ गया। एक बार फिर बंदर की संख्या बढ़ने के साथ ही नगरवासियों की दिक्कतें भी बढ़ गई हैं।
सौरभ जयसवाल की रिपोर्ट