मरीज और मेडिकल स्टाफ का आना-जाना हुआ मुश्किल।

घुघली । नगर पंचायत घुघली स्थित पंडित कमलकांत बसंती देवी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एक दशक इंतजार के बाद किसी तरह खुला। लेकिन जिला प्रशासन और नगर प्रशासन की लापरवाही से मरीज मेडिकल स्टाफ व एंबुलेंस की गाड़ियों का आना जाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो गया। मरीजों का क्या हाल होता होगा । सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार घुघली नगर और देहात की लिए सरकार ने स्वास्थ केंद्र का निर्माण किया है।लेकिन जब से बना तभी से अपने आप पर आँशु बहा रहा है। किसी तरह डॉक्टर की समस्या का समाधान सरकार ने तो कर दिया लेकिन सम्पर्क मार्ग अभी भी टूटा हुआ है। आना जाना कठिन है कुछ दिन पूर्व जिलाधिकारी महाराजगंज के द्वारा जांच भी किया गया था। और परिसर में पानी निकासी को लेकर अधिशासी अधिकारी को निर्देश दिया गया था। कुछ दिन बाद नगर प्रशासन ने अपने ठेकेदार के माध्यम से ऊंचीकरण हेतु कुछ ट्राली मिट्टी गिरवा दिया। न ही पूरी मिट्टी डाली गई और न हीं जो मिट्टी गिरी उसकी लेवल किया गया। नतीजा यह निकला कि थोड़ी सी बारिश में पूरा परिसर पोखरे में तब्दील हो गया है। उक्त केंद्र पर लगभग 200 से ऊपर मरीज का आना जाना रहता है। मरीजो को पहुंचने में समस्या आ रही है। तथा साथी ही एंबुलेंस सेवा पूरी तरह से बाधित है। स्वास्थ्य केंद्र के अगल-बगल भी ऐसी कोई जगह नहीं है जहां गाड़ियों को खड़ा किया जा सके। मोटरसाइकिल साइकिल खड़ा किया जा सके नगर पंचायत की लापरवाही या मिली भगत में मरीज और मेडिकल स्टाफ तथा वहां के रहने वाले कर्मचारी को भारी दिकतो का सामना करना पड़ रहा है।
मनोहर की रिपोर्ट