फाइलेरिया उन्मूलन के लिए बचाव की दवा का सेवन जरूरी -सीएमओ ।

महराजगंज । फाइलेरिया के सम्पूर्ण उन्मूलन के लिए बचाव की दवा का सेवन जरूरी है। इसके दवा खिलाने का अभियान रविवार से शुरू कर दिया गया है। इन साल छह ब्लॉकों और एक शहरी क्षेत्र के लोगों को फाइलेरिया बचाव की दवा खिलाई जाएगी। दवा खिलाने के लिए कुल 1319 टीम लगाई गई है। प्रत्येक टीम में दो लोग लगाए गए हैं।
उक्त बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ श्रीकांत शुक्ला ने सर्वजन दवा सेवन अभियान का शुभारंभ नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से करने के दौरान कही। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत घुघली, पनियरा , मिठौरा, रतनपुर, फरेन्दा, सिसवा ब्लॉक तथा महराजगंज शहरी क्षेत्र में सर्वजन दवा सेवन अभियान चलेगा।
सीएमओ ने कहा कि जिले के लोगों को लाइलाज बीमारी फाइलेरिया से बचाने के लिए यह अभियान 28 अगस्त तक चलेगा। अभियान के तहत कुल करीब 16.01 लाख लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य है।
डिप्टी सीएमओ डॉ केपी सिंह ने कहा कि दवा सेवन से ही संक्रमण की चेन टूटेगी। अभियान को सफल बनाने के लिए कुछ अन्य विभागों से भी सहयोग लिया जा रहा है। लाइलाज बीमारी फाइलेरिया हाथीपांव से बचने के लिए पांच साल तक लगातार साल में एक बार बचाव की दवा का सेवन जरूरी है।
फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और गंभीर रूप से पीड़ित लोगों को छोड़ कर सभी लोगों को करना है। एक से दो वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को सिर्फ एल्बेंडाजोल दवा खिलाई जाती है, जबकि दो वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को अलग अलग आयु वर्ग के अनुसार फाइलेरिया से बचाव की दो दवाएं निर्धारित मात्रा में खिलाई जाती हैं। दवा का सेवन भोजन या नाश्ते के बाद विभागीय टीम के सामने ही करना होगा।
कार्यक्रम में डिप्टी सीएमओ डॉ नीरज कन्नौजिया, नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ नमिता गुप्ता, जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी श्रीभागवत सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ निलोत्पल, अपर जिला मलेरिया अधिकारी अनिल चौरसिया, मलेरिया जिला सलाहकार कौलेश्वर चौधरी प्रमुख तौर पर उपस्थित रहे।
—
फाइलेरिया के लक्षण
-बुखार आना
-ठंड लगना
-सिर दर्द
-त्वचा पर घाव शुरुआत में दिखते है।
—-
फाइलेरिया से बचाव
-घरों के आसपास जल जमाव न होने दें ।
-पूरी आस्तीन के कमीज और पेंट पहनें ।
-मच्छरदानी का प्रयोग करें ।
