गोशालाओं में गोवंशीय पशुओं के उचित रख-रखाव व गोशालाओं हेतु बेहतर प्रबंधन न होने पर डीएम ने व्यक्ति की नाराजगी।

महराजगंज। जिलाधिकारी अनुनय झा द्वारा जनपद में गोशालाओं में गोवंशीय पशुओं के उचित रख-रखाव व गोशालाओं हेतु बेहतर प्रबंधन न होने पर नाराजगी व्यक्त करते संबंधित पशु चिकित्साधिकारियों को चेतावनी जारी करते हुए गोशालाओं में समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं। जिलाधिकारी ने कहा है कि शासन की मंशा है । कि गोवंशीय पशुओं का बेहतर संरक्षण व संवर्द्धन हो और किसानों को भी समस्या न होने पाए। शासन की मंशा के अनुरूप प्राप्त आख्या के आधार पर मिली कमियों को तत्काल दुरुस्त कर सूचित करें और गो वंशीय पशुओं के बेहतर संरक्षण व संवर्द्धन को सुनिश्चित करें। आगे जाँच में जो लोग कार्य मे शिथिलता के दोषी पाए जाएंगे, उनकी जवाबदेही तय करते हुए कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
जिलाधिकारी ने सभी पशुचिकित्साधिकारियों को एक सप्ताह में गोशालाओं में उचित प्रकाश व्यवस्था, पशुओं के लिए पेयजल व चारा की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने सभी गोआश्रय केंद्रों पर संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों का नाम व नंबर अंकित करने का निर्देश दिया साथ ही सभी केंद्रों के साफ-सफाई व पशु शेडों के मरम्मत हेतु कड़े निर्देश दिए। उन्होंने जंपदस्तरीय अधिकारियों की जांच में मिली कमियों को एक हफ्ते में ठीक करने के लिए कहा। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी पशुचिकित्साधिकारी गोशालाओं का नियमित निरीक्षण करें। उन्होंने कहा है कि गोशालाओं में अव्यवस्था स्वीकार्य नहीं है।
जिलाधिकारी के द्वारा 13 अक्टूबर 2023 को अधिकारियों की टीम गठित कर एक दिन के भीतर जनपद के सभी गोशालाओं की जाँच करायी गयी थी। अधिकारियों द्वारा जनपद में संचालित गौ आश्रय स्थलों बृहद गो संरक्षण केंद्र कान्हा हाउस कांजी हाउस का स्थलीय निरीक्षण किया गया था। इनमें उपायुक्त श्रम रोजगार, एआर कोऑपरेटिव, जिला कृषि अधिकारी, उपजिलाधिकारी सदर नौतनवां निचलौल आदि शामिल थे। अधिकारियों द्वारा गो आश्रय केंद्रों पर पशुओं की गणना करने के साथ-साथ केंद्रों पर भूसा, दाना, हरा चारा आदि की उपलब्धता तथा अन्य व्यवस्थाओं की जाँच की गई थी। इसके अलावा संबंधित अधिकारियों द्वारा गोसेवकों की संख्या, उनकी उपस्थिति व मानदेय आदि के विषय मे भी जांच कर आख्या जिलाधिकारी कार्यालय को उपलब्ध कराई गयी थी।