नेपाल में मनाया गया 44 वा अंतराष्ट्रीय पर्यटन दिवस।

सोनौली ।विश्व पर्यटन दिवस पर जिले से सटे भारत नेपाल बॉर्डर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए होटल व्यवसायिक संघ एवं पर्यटन व्यवसायिक संघ तथा सोसाइटी ऑफ टूर एंड ट्रेवल संगठन की सहभागिता में कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए लुंबिनी प्रदेश सरकार के गृह मंत्री संतोष पाण्डेय ने बताया भारतीय पर्यटक नेपाल में पहले पच्चीस हजार रुपए नेपाली तक ही लेकर आ सकते थे और यूरोप अमेरिका के लोग 5 हजार डॉलर तक लेकर आ सकते थे। जिस पर हम लोगों ने प्रदेश सरकार से निर्णय लेने के बाद केंद्र सरकार के अर्थ मंत्री से समन्वय स्थापित करते हुए भारतीय पर्यटको को 4 लाख 50 हजार रुपए तक नेपाल में लेकर आने की अनुमति दी गई है।जिससे पर्यटक घूमने फिरने के साथ साथ सामानों की खरीदारी कर सकें। इसके साथ ही उन्होंने नेपाल में 100 रुपए से अधिक की सामग्री लाने की बात पर कहा कि भारत और नेपाल का रोटी बेटी का संबंध है।यह नियम सिर्फ अवैध रूप से नेपाल में कारोबार करने व तस्करी पर रोकथाम के लिए लागू किया गया है। लेकिन जो आम नागरिक और पर्यटक हैं, उन पर सहजता का वातावरण रहेगा। भारत नेपाल बॉर्डर के समीप बेलहिया से नो मैंस लैंड तक एक विशेष जागरूकता रैली भी निकल गई।जिसमें अमेरिकी टूरिस्ट सेन इनिस्ट को रथ पर बैठा कर सम्मान के साथ तमाम नेपाली अधिकारी समेत राजनितिक पदाधिकारीयों ने रैली में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से लुंबिनी प्रदेश सरकार के गृह मंत्री संतोष पाण्डेय, जिलाधिकारी सीडीओ गणेश अड़ियाल, सुपरिंटेंडेंट ऑफ़ पुलिस भारत बहादुर बी.के, सिद्धार्थ नगर – नगर पालिका के मेयर इश्तियाक अहमद खान, उप मेयर उमा अधिकारी, रूपंदेही संजाल के अध्यक्ष अनिल गेवाली, नेपाल भारत मैत्री संघ के वरिष्ठ सदस्य मनोज त्रिपाठी, होटल व्यवसाई राम बहादुर कोईरी, सोसाइटी ऑफ टूर एंड ट्रैवल एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री चंद्रगुप्ता, नेपाल भारत मैत्री संघ के सचिव नलीन शर्मा, सिद्धार्थ होटल एसोसिएशन उपाध्यक्ष किशोर जोशी अन्य लोग उपस्थित रहे।