भगवान कृष्ण कहते है,कि अच्छे कर्म का फल अच्छा होता है,पं देवांश महराज ।

महराजगंज । लक्ष्मीपुर ब्लाक के ग्राम पंचयात सोंधी बऊरहवा बाबा मंदिर परिसर में सात दिवसीय रूद्र महायज्ञ के दूसरे दिन मंगलवार को श्रीमदभगवत कथा मे कथाव्यास देवांश महराज ने कहा कि कर्म करते जाओ फल की चिंता मत करो। अच्छे कर्म का फल अच्छा ही होता है। यदि लक्ष्य स्पष्ट हो, उसे पाने की तीव्र उत्कंठा और अदम्य उत्साह हो तो अकेला व्यक्ति भी बहुत कुछ कर सकता है। विश्वकवि रविंद्रनाथ टैगोर का यह कथन कितना सटीक है कि अस्त होने के पूर्व सूर्य ने पूछा कि मेरे अस्त हो जाने के बाद दुनिया को प्रकाशित करने का काम कौन करेगा। तब एक छोटा-सा दीपक सामने आया और कहा प्रभु! जितना मुझसे हो सकेगा, उतना प्रकाश करने का काम मैं करूंगा।आखिरी बूंद तक दीपक अपना प्रकाश फैलाता रहता है। जितना हम कर सकते हैं, उतना करते चलें। आगे का मार्ग प्रशस्त होता चला जाएगा। किसी ने कितना सुंदर कहा है कि जितना तुम कर सकते हो, उतना करो, फिर जो तुम नहीं कर सको, उसे परमात्मा करेगा। जो व्यक्ति आपत्ति-विपत्ति से घबराता नहीं है, प्रतिकूलता के सामने झुकता नहीं है और दुख को भी प्रगति की सीढ़ी बना लेता है, उसकी सफलता निश्चित है। ऐसे धीर पुरुष के साहस को देखकर असफलता घुटने टेक देती है। किसी महापुरुष ने कितना सुंदर कहा है-अंधकार की निंदा करने की अपेक्षा एक छोटी-सी मोमबत्ती, एक छोटा-सा दिया जलाना कहीं ज्यादा अच्छा होता है। महापुरुष समझाते हैं कि व्यक्ति सफलता प्राप्ति के लिए पुरुषार्थ अवश्य करे,लेकिन अति महत्वाकांक्षी न बने।इस दौरान डा. ओमप्रकाश चौधरी,भरत चौधरी, चन्द्रप्रकाश मिश्रा,अनिल चौधरी, शिशिर चौधरी,रामजी शर्मा,मथुरा गुप्ता,श्रीधर पाण्डेय,कुलदीप आदि मौजूद रहे।