शिक्षक होता है समाज का दर्पण:दुर्गेश शुक्ला

नसरुल्लाह अंसारी की रिपोर्ट
कुशीनगर।भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। यह देश के पहले उपराष्ट्रपति और पूर्व राष्ट्रपति,विद्वान, दार्शनिक और भारत रत्न से सम्मानित डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।शिक्षक दिवस के अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रबन्धक दुर्गेश कुमार शुक्ला ने कहा कि शिक्षक का हमारे जीवन में अमूल्य योगदान है। शिक्षकों के बिना यह मानव जीवन सार्थक नहीं है। हर किसी के जीवन में एक गुरु या शिक्षक का होना बेहद आवश्यक है। इसलिए हम सभी को सदा शिक्षकों का मान-सम्मान करना चाहिए और उनकी बातों पर अमल करना चाहिए। शिक्षक समाज का दर्पण होता है।विद्यालय के प्रधानाचार्य रीतेश कुमार विश्वकर्मा ने गुरुओं की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शिक्षक का समाज में महती भूमिका होती है। शिक्षक समाज और युग का निर्माता होता है।विद्यालय के उप प्रधानाचार्य आफताब आलम ने अपने संबोधन में कहा कियह दिन सभी शिक्षकों को समर्पित है,उन गुरुओं को जिन्होंने हमें ज्ञान,समझ,और आत्म-समर्पण की महत्वपूर्ण मूल्यों को सिखाया।शिक्षक वो मार्गदर्शक होते हैं,जो हमें सफलता की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने हमें न सिर्फ पढ़ाया है,बल्कि जीवन के महत्वपूर्ण पाठ भी सिखाए हैं।
इस अवसर पर विद्यालय के छात्र – छात्राओं ने अपनी अपनी कक्षाओं को खूब सजाया संवारा था। विद्यार्थियों ने अपने गुरुजनों को विभिन्न प्रकार के उपहार भी दिए और अपने गुरुजनों का आशीर्वाद भी लिया।
इस अवसर पर अवधेश कुमार शुक्ला, अशोक सिंह,संजय सिंह,सूर्य प्रकाश गुप्ता, अजीत तिवारी,पवन कुमार यादव,अमित कुमार गुप्ता,उत्कर्ष त्रिपाठी,हैदर अली खान,अमृता श्रीवास्तव,निधि मिश्रा, अनुष्का राय,स्वाति त्रिपाठी,अर्चना शुक्ला, अनुष्का साहा,समृद्धि चौधरी,आलम आरा, शालिनी मिश्रा,पूनम जायसवाल,हैप्पी, तृप्ति,आराध्या शुक्ला आदि शिक्षकगण उपस्थित रहे।
शिक्षणेत्तर कर्मचारियों में गिरिजेश उपाध्याय गणेश सिंह,आदि शामिल रहे।