राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन कुल-51036 वादों का हुआ निस्तारण।

महराजगंज।माननीय उच्च न्यायालय, इलाहाबाद तथा माननीय उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशों के अनुपालन में महराजगंज जनपद न्यायाधीश जय प्रकाश तिवारी की अध्यक्षता में शनिवार को दीवानी न्यायालय, महराजगंज, फरेन्दा व कलेक्टेट तथा समस्त तहसील न्यायालयों के परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसका शुभारम्भ प्रात 10ः30 बजे जनपद न्यायाधीश, जिलाधिकारी, महराजगंज, पुलिस अधीक्षक के द्वारा सरस्वती प्रतिमा का माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर जनपद न्यायाधीश जय प्रकाश तिवारी, जिलाधिकारी, महराजगंज सत्येन्द्र कुमार, पुलिस अधीक्षक, डाॅ0 कौस्तुभ,पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना प्रतिकर न्यायाधिकरण, सै0 सरवर हुसैन रिजवी,अध्यक्ष, स्थाई लोक अदालत राघवेन्द्र मणि त्रिपाठी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पोक्सो अधिनियम विनय कुमार सिंह, विशेष न्यायाधीश, अनन्य न्यायालय एस.सी एस.टी. अधिनियम अंकित कुमार मित्तल, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सचिव, कमलेश्वर पाण्डेय, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, त्वरित न्यायालय फूल चन्द्र कुशवाहा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सौरभ श्रीवास्तव, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, श्रीमती आस्था श्रीवास्तव,अपर सिविल जज, सी0डि0,असगर अली, सिविल जज, सी0डि0, त्वरित न्यायालय, बलवन्त कुमार भारती, सिविल जज अवर खण्ड बुषरा नूर, न्यायिक मजिस्ट्रेट अरूण सिंह राठौर एवं जनपद के समस्त कर्मचारीगण, समस्त बैंकों के अधिकारी कर्मचारीगण एवं भारी संख्या में वादकारीगण उपस्थित हुये। उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल-51036 वादों का निस्तारण किया गया। जो इस जनपद की अब तक राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारित किये गये वादों की अधिकतम संख्या है। जो इस जनपद की एक बडी उपलब्धि है। जिसमे पीठासीन अधिकारी, मोटर दुर्घटना प्रतिकर न्यायाधीकरण द्वारा 47 वादों का निस्तारण किया गया व मु0-1,25,05,000/-रूपये का क्षतिपूर्ति दिलवाया गया। अध्यक्ष, स्थाई लोक अदालत द्वारा 07 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-14,77,303/-रूपये का क्षतिपूर्ति दिलवाया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश त्वरित न्यायालय द्वारा कुल-267 वादों का निस्तारण किया गया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 1600 वादों का निस्तारण किया गया। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट महराजगंज द्वारा 792 वादों का निस्तारण किया गया। अपर सिविल जज, प्रवर खण्ड, द्वारा 1730 वादों का निस्तारण किया गया। सिविल जज, अवर खण्ड, फरेन्दा द्वारा 361 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें मु0-11,360 -रूपये का अर्थदण्ड वसूल किया गया। सिविल जज, अवर खण्ड, महराजगंज द्वारा 516 वादों का निस्तारण किया गया। न्यायिक मजिस्ट्रेट, महराजगंज द्वारा 786 वादों का निस्तारण किया गया। न्यायाधिकारी, ग्राम न्यायालय, तहसील निचलौल द्वारा 0000 वादों का निस्तारण किया गया। न्यायाधिकारी, ग्राम न्यायालय, तहसील नौतनवा द्वारा 43 वादों का निस्तारण किया गया व मु0-2100 रूपये का अर्थदण्ड वसूल किया गया व मु0-760 रूपये का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया।
इसके अतिरिक्त समस्त राजस्व, एवं चकवन्दी न्यायालयों द्वारा 44301 लम्बित प्री-लिटीगेशन वादों का निस्तारण किया गया और सभी बैंकों के द्वारा कुल-586 ऋण की वसूली से सम्बन्धित प्री-लिटिगेशन मामलों का निस्तारण किया गया। जिसमें 188 भारतीय स्टेट बैंक, 296 बड़ौदा यू0पी0 बैंक, 04 बैंक आफ बडौदा, 91 पंजाब नेशनल बैंक, 04 सेन्ट्रल बैंक आफ इंडिया, केनरा बैंक, 02 दूर संचार विभाग के हैं और कुल मु0-23337780 रूपये बैंकों द्वारा आज नकद वसूल किये गये तथा मु0-55794312 रूपये का लोन सेटल किया गया व मु0-39838585 रूपये ऋण धारकों को बैंकों द्वारा छूट प्रदान किया गया जिससे ऋणधारकों को भारी राहत मिली। इस प्रकार उक्त लोक अदालत में विभिन्न प्रकार के कुल-51036 वादों का निस्तारण किया गया। मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों में कुल-1,25,05,000 रूपये क्षतिपूर्ति के रूप में दिलवाया गया और मु0-13460 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किया गया तथा मु0-760 रूपये का उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र जारी किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत के अवसर पर अध्यक्ष, स्थाई लोक अदालत, महराजगंज राघवेन्द्र मणि त्रिपाठी की अध्यक्षता में तथा न्यायपीठ की सदस्या श्रीमती गुंजा राय, सुश्री प्रियंका तिवारी द्वारा 07 वादों का निश्पादन किया गया व मु0-14,77,303/-रूपये क्षतिपूर्ति के रूप में दिलवाया गया।