पुलिस ने यूजर बनकर रोका यूपी का सबसे बड़ा फ्रॉड:
15 लाख लोगों के 38 हजार करोड़ रुपए डूबने से बचाए; 34 गेमिंग-बैटिंग वेबसाइट-ऐप ब्लॉक
जौनपुर।उत्तर प्रदेश के आगरा में क्रिकेट विश्व कप से पहले ऑनलाइन सट्टे के नाम पर रकम हड़पने वाले विदेशी ठगों पर आगरा कमिश्नरेट की साइबर सेल ने बड़ी कार्रवाई की। ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले गेमिंग-बेटिंग के 9 एप व 27 वेबसाइट को ब्लाक करा दिया गया।भारतीयों को ठगने के लिए एप और वेबसाइट चीन सहित अन्य विदेशी सर्वर पर संचालित हो रहे थे। लोगों को शुरुआत में जीत की रकम देकर झांसे में लेते थे। बड़ी रकम लेने के बाद ठगी की जाती थी। पुलिस ने 6 हजार बैंक और 18 हजार वर्चुअल खातों को फ्रीज कर 4.2 करोड़ होल्ड कराए हैं। इनमें एक साल में 1600 करोड़ का ट्रांजेक्शन हुआ है।रकम क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर विदेश ट्रांसफर की जाती थी। पुलिस लाइन में बुधवार को सट्टेबाजी के आनलाइन खेल की लाइव डेमो के साथ पुलिस ने जानकारी दी। इस दौरान प्रेसवार्ता करते हुए पुलिस आयुक्त डा. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि आनलाइन सट्टेबाजी का पूरा खेल विदेशी सर्वर से चल रहा है।पुलिस को पता चला था कि स्टार इंडिया कंपनी के अधिकृत हॉस्टार, लाइव कंटेंट, लाइव गेम को थर्ड पार्टी एप एकबैट व वेब पोर्टल के माध्यम से चोरी कर दिखाए जाते हैं। इस संबंध में जून में थाना शाहगंज में मुकदमा लिखा गया। साइबर सेल की टीम तेलंगाना और आंध्र प्रदेश तक गई।तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस की जांच में चौंकाने वाली बात सामने आई। पता चला कि चीन, वियतनाम, फिलिपींस, रूस आदि के सर्वर के माध्यम से लाइव स्ट्रीमिंग की जाती है। अवैध बेटिंग, गेमिंग कराकर सैकड़ों किराये के बैंक और वर्चुअल खातों से करोड़ों की रकम ट्रांसफर की जाती है।इंस्टाग्राम, टेलीग्राम, सिग्नल एप पर भेजते हैं लिंक*पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि एप और वेबसाइट का लिंक इंस्टाग्राम, टेलीग्राम, सिग्नल एप पर लिंक भेजते थे। लोगों के डाउनलोड करने पर सब्सक्रिप्शन फीस के रूप में 300 से 500 रुपये तक लिए जाते हैं। इसके बाद लाइव क्रिकेट मैच, फुटबॉल, रग्बी खेल दिखाकर रकम लगवाई जाती थी।पुलिस ने गृह मंत्रालय सहित सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों से संपर्क किया। इसके बाद एप-साइट बंद करा दी गईं। इनसे जुड़े 6 हजार बैंक खाते और 18 हजार वर्चुअल खाते भी फ्रीज करा दिए गए। एक वेबसाइट बंद होने पर सप्ताह भर में नई तैयार कर ली जाती है। इसलिए पुलिस इन पर लगातार कार्रवाई कर रही है।