शिव महापुराण का एक एक श्लोक अमृत के समान – आचार्य ब्रजेश
देवरिया। जनपद के परशुराम धाम के पावन पुनीत प्रांगण में ग्यारह दिवसीय श्री शिवमहापुराण कथा के प्रथम दिवस में कथा वाचक आचार्य श्री ब्रजेश मणि त्रिपाठी ने शिवमहापुराण का महात्म बताया उन्होंने कहा की जो मनुष्य शिव महापुराण का एक श्लोक भी पढ़ता है वह सभी पाप से मुक्त हो जाता है ।इस पृथ्वी पर विवाद तभी तक विराजमान है जब तक शिव महापुराण उदय न हो। सभी देवगणों की चर्चा तभी तक है जब तक शिव महापुराण उदय न हो। अनेकों नदियों, अनेकों तीर्थों, अनेकों वाद ये तभी तक हैं जब तक शिव महापुराण उदय न हो। क्यूंकि जब शिव महापुराण का उदय होता है तब हमारे मन से ये सभी चीजें स्वतः ही विलुप्त हो जाती हैं। उत्कृष्ट और उत्तम भक्ति से ही भगवान के दर्शन संभव हैं ।कथा के प्रथम दिवस में व्यासपीठ का पूजन सलेमपुर सांसद रविन्द्र कुशवाहा ने किया और मुख्य यजपान के रूप में पूर्व प्रधानाचार्य अभिमन्यु सिंह व आयोजन समिति के लोग रहेइस दौरान मृत्युंजय पांडेय,सत्यप्रकाश पांडेय, सोनू , धनेश , आदर्श सत्य प्रकाश दुबे, अतुल मिश्रा उर्फ बांके बाबा, अजय यादव ,आलोक तिवारी, सचिन यादव ,तरुण तिवारी आदि मौजूद रहे ।