पोखरी खुदाई में घर बैठे सैकड़ों श्रमिकों की लगाई जा रही हाजिरी, जिम्मेदार मौन ।

महराजगंज ।केन्द्र सरकार की महात्वाकांक्षी मनरेगा योजना लागू करने का मुख्य उद्देश्य था । कि ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगार लोगों को गांव में ही रोजगार की गारंटी देकर उनके जीवन स्तर में सुधार किया जाए लेकिन अधिकारियो की आंखो मे धुल झोंक तकनीकी सहायक व रोजगार सेवक की मिली भगत से मनरेगा के तहत कराए जा रहे कार्यों में फर्जी कूट रचित तरीके से हाजिरी लगा जनप्रतिनिधि लाखों रुपए का गोलमाल कर रहे हैं। जिसके चलते जो वास्तविक मजदूर हैं । उनको काम मिलना मुश्किल हो गया है। ऐसा ही एक मामला मिठौरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत बरोहिया में प्रकाश आया है जहां अधिकारियो की आंखों में धूल झोंक घर बैठे श्रमिकों की कूट रचित तरीके से हाज़िरी लगा लाखों का भुगतान कराने के फिराक में जुटे है । संबंधित ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधि।विकास खंड मिठौरा अंतर्गत ग्राम पंचायत बरोहिया में बेलहिया पोखरी का जीर्णोद्वार खुदाई कार्य बीते 25 अप्रैल से कराया जा रहा है।उक्त कार्य स्थल पर प्रतिदिन 20 से 25 मजदूर प्रतिदिन कार्य करते दिखाई दे रहे है। वही रोज़गार सेवक मेट द्वारा एनएमएमएस एप नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सॉफ्टवेयर एप पर अधिकारियो की आंखों में धूल झोंक कूट रचित तरीके से दो सौ से ऊपर लोगो की ऑनलाइन हाजिरी अपलोड कर जनप्रतिनिधि फर्जी तरीके से लाखों रुपए भुगतान कराने की फिराक में है। स्थलीय पड़ताल में कार्य स्थल पर सृजित मानव दिवस के सापेक्ष मौके पर काम नहीं दिखा। अब ऐसे में सवाल यह उठना लाजिमी है की आखिरकार किसकी मिलीभगत से उक्त कार्य में भारी संख्या में फर्जी तरीके से घर बैठे श्रमिकों की हाजिरी लगाई जा रही है। सूत्रों के अनुसार मिठौरा ब्लॉक अंतर्गत कई ग्राम पंचायतों में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा हो रहा है। कई जगहों पर पूर्व के कराए कामों में भुगतान लेने के लिए कार्यस्थल पर मजदूरों को खड़ा कर फोटो खीच एनएमएमएस एप पर फोटो अपलोड किया जा रहा है तो कही कम मजदूरों को लगा काम के हिसाब से दो से छः गुणा मानव दिवस सृजित दिखाया जा रहा है। घर बैठे श्रमिकों के खाते में मजदूरी भुगतान करा श्रमिको को आंशिक राशि देकर शेष धनराशि की वसूली का खेल जोरो से चल रहा है।इस बाबत एपीओ मनरेगा शिवेंद्र सूर्यवंशी ने बताया की प्रकरण संज्ञान में है, जांच के उपरांत विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
