विकसित कृषि संकल्प अभियान का शुभारंभ, किसानों को वैज्ञानिक तकनीकों से जोड़ने की पहल
महराजगंज।पनियरा विधानसभा के बैजू डेहरा में विकसित कृषि संकल्प अभियान का शुभारंभ मुख्य अतिथि केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर उन्होंने स्टालों का निरीक्षण किया और किसानों को ट्रैक्टर की चाबी वितरित की। साथ ही उरद, बाजरा, मूंग, कोदो और ज्वार के मिनी किट भी किसानों को प्रदान किए।मंत्री ने किसानों से वैज्ञानिक पद्धति अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने इस महत्त्वाकांक्षी अभियान की शुरुआत चौधरी चरण सिंह की पुण्य तिथि के अवसर पर की और कहा कि यह अभियान किसानों के लिए एक नई दिशा देने वाला सिद्ध होगा।
केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि यह पहली बार है जब वैज्ञानिकों को सीधे गांवों में भेजा जा रहा है, ताकि वे किसानों से मिलकर उन्हें आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी दे सकें। यह अभियान 12 जून तक चलेगा और विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने की दिशा में एक अहम कदम है।
उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत किसानों को उन्नत बीज, वैज्ञानिक तकनीक, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, सिंचाई के आधुनिक तरीके और जैविक खेती की जानकारी दी जाएगी। इससे किसानों की उपज बढ़ेगी और उनकी आय में वृद्धि होगी, जिससे उनका जीवन स्तर ऊंचा उठेगा।
पंकज चौधरी ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में खेती के क्षेत्र में अभूतपूर्व नवाचार हुए हैं। “लैब टू लैंड” जैसी योजनाओं के माध्यम से वैज्ञानिकों द्वारा विकसित तकनीकों को सीधे खेतों तक पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा, न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था को मजबूत किया गया है और किसानों को गुणवत्ता वाले बीज आसानी से उपलब्ध हो रहे हैं।उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर भी निशाना साधा और कहा कि उस समय किसान बीज, खाद और पानी के लिए परेशान रहते थे। लाइन लगानी पड़ती थी और लाठियां खानी पड़ती थीं। परंतु वर्तमान सरकार ने किसानों को अपनी प्राथमिकता में रखा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को हर वर्ष ₹6,000 की आर्थिक सहायता सीधे उनके खातों में भेजी जा रही है।उन्होंने गेहूं और दलहन की खरीद दर में हुए बदलाव को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 तक गेहूं का समर्थन मूल्य करीब ₹1,000 था, जो 2025-26 विपणन वर्ष के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपये प्रति क्विंटल है। दलहन के लिए, मसूर का 6700 रुपये प्रति क्विंटल और चने का 5650 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।यह बदलाव किसानों के जीवन में सुधार का प्रतीक है।पंकज चौधरी ने कहा कि आजादी के बाद यह पहली बार हो रहा है जब वैज्ञानिकों और किसानों को सीधे जोड़ा जा रहा है। इससे कृषि क्षेत्र में क्रांति आएगी। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे कृषि वैज्ञानिकों से जुड़ें और उन्नत खेती को अपनाएं। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा लक्ष्य सिर्फ आत्मनिर्भरता तक सीमित नहीं है, बल्कि भारत को ‘विश्व की खाद्य टोकरी’ बनाना है, जिससे हम अन्य देशों को भी खाद्यान्न निर्यात कर सके।पनियरा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि विकसित कृषि संकल्प अभियान देश की कृषि व्यवस्था को नया रूप देगा और किसान आत्मनिर्भर और समृद्ध बनेंगे। यह अभियान न केवल गांवों को विकसित बनाएगा, बल्कि भारत को कृषि क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व दिलाने में भी मदद करेगा।इस अवसर पर जिला महामन्त्री बबलू यादव, प्रमुख बेद प्रकाश शुक्ल,चेयरमैन उमेश जायसवाल, डीडी कृषि संजीव कुमार पटेल, जिला कृषि अधिकारी वीरेंद्र कुमार ,जयनाथ सिंह, वीरेंद्र सिंह, महेंद्र नाथ, पन्नालाल जायसवाल, देवेंद्र गिरि, उमेश प्रजापति, रुपेश शर्मा, गुड्डु सिंह, पप्पू दूबे, राजेश पाल, ब्रह्मानंद धारिया, श्रवण गुप्ता,,सदानंद बर्मा, रमेश यादव, अंगद सिंह, अंगद गुप्ता, सतीश सिंह मौजूद रहे।