महराजगंजउत्तर प्रदेश

आधार कार्ड बनवाने के लिए लगी लंबी कतार, बच्चे महिलाएं सब बेहाल ।

महराजगंज । लक्ष्मीपुर जिलाधिकारी के निर्देश पर लक्ष्मीपुर ब्लाक मुख्यालय पर शुक्रवार को आधार कैम्प आयोजित किया गया। जिसमें तीन आधार मशीनें लगाई गईं। लेकिन ब्लाक परिसर में हजारों की भीड़ जुट जाने से आधार कर्मियों और ग्रामीणों सभी को काफी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ा।
ग्रामीण इलाकों में आधार कार्ड बनवाने के लिए लोगों को लंबी कतारों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे वे काफी परेशान हो गए हैं। ब्लाक मुख्यालय पर इस वर्ष पहली बार आधार कैम्प लगा और जहां भारी भीड़ जमा हो रही है। आधार कार्ड की अनिवार्यता के चलते ग्रामीणों की तादाद बढ़ रही है, लेकिन उचित प्रबंधन और संसाधनों की कमी के कारण लोग दिनभर कतार में खड़े रहने को मजबूर हैं। भीड़ हजारों की हो रही है लेकिन उसमे से जन्म प्रमाणपत्र न होने के कारण कुछ ही बच्चों का आधार बन पाया है।
लंबी कतारों के बावजूद कतार में खड़े कई लोग बिना किसी छाया या पेयजल व्यवस्था के धूप में खड़े रहने को मजबूर थे। कई ग्रामीण, विशेषकर बच्चे और महिलाएं काफी परेशान रही।

————–

समय की बर्बादी और प्रशासन की लापरवाही

आधार कार्ड बनवाने आये रोशन, पूजा, अल्का, रोशनी, इरसाद, पंकज सहित कई ग्रामीणों का कहना है कि आधार कार्ड बनवाने के लिए वे कई दिनों से कतार में खड़े हो रहे हैं, लेकिन बार-बार तकनीकी खामियों और ज्यादा भीड़ की वजह से उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए आवश्यक है कि प्रशासन शिविरों की संख्या बढ़ाए और सुविधाओं में सुधार करे ताकि लोगों को ज्यादा परेशानियों का सामना न करना पड़े। ग्रामीणों ने प्रशासन पर अव्यवस्था का आरोप लगाया और तत्काल सुधार की मांग की है।
हालांकि ग्रामीणों के साथ आधार ऑपरेटर भी काफी परेशान दिखे। अक्सर नेट फेल होना, सर्वर समस्या और भीड़ ज्यादा होने से सभी को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। मौके पर पूरे दिन सीडीपीओ और पुलिस फोर्स मौजूद रहे।

——————-
इस सम्बंध में बाल विकास परियोजना अधिकारी लक्ष्मीपुर अनुराग कुमार त्रिपाठी ने बताया कि अधिक भीड़ की वजह से दिक्कतें हो रही हैं। कैम्प में तीन मशीने एक साथ लगाई गई हैं। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों का आधार बन सके। प्रशासन अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहा है कि जल्द से जल्द सभी को आधार कार्ड सुविधा प्रदान की जा सके।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
.site-below-footer-wrap[data-section="section-below-footer-builder"] { margin-bottom: 40px;}