कुशीनगरउत्तर प्रदेश

प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाए जाने की संकल्पना के लिए आंकड़ों का योगदान है जरूरी: एन एन राय

नसरुल्लाह अंसारी की रिपोर्ट 

*कुशीनगर।* विभन्न सर्वेक्षणों में गुणवत्तापूर्ण सांख्यिकीय आंकड़ों के संग्रहण के लिए कार्यशाला का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में उप निदेशक गोरखपुर मंडल गोरखपुर अर्थ एवं सांख्यकीय एन एन राय की उपस्थिति में संपन्न हुई।
उप निदेशक ने बताया कि सांख्यिकीय आंकड़ों के हेतु कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा विभिन्न सामाजिक सर्वेक्षणों को नियमित रूप से संपूर्ण भारत वर्ष में संपादित कराया जा रहा है जिसमें प्रदेश के अंतर्गत जनपद स्तर पर विभिन्न चयनित इकाइयां का सर्वेक्षण भारत सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा कराया जाता है उक्त सर्वेक्षणों के दौरान सर्वेक्षण की जानकारी के अभाव में प्रतिवर्ष इकाइयों से आंकड़ों के संग्रहण में अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पाता है। जिससे संग्रहित आंकड़ों का प्रदेश की अर्थव्यवस्था में योगदान वास्तविक रूप से परिलक्षित नहीं हो पा रहा है उपनिदेशक अर्थ एवं संख्या विभाग के द्वारा बताया गया कि अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के अनुसार 50% भारत की जीडीपी में असंगठित क्षेत्र का योगदान है जिसका ना तो कोई रिकॉर्ड सूचीबद्ध है और ना ही आंकड़ा उपलब्ध है इसीलिए समस्त विभाग समस्त विभाग के अधिकारी गण एवं कर्मचारी गण आंकड़ों की संवेदनशीलता पर विशेष ध्यान दें, उन्होंने कहा कि आंकड़ा लेने वाले व देने वाले दोनों संवेदनशील रहे। कुशीनगर जनपद की अर्थव्यवस्था 22474 करोड़ की है कुशीनगर एक कृषि प्रधान जनपद है जहां पर उत्पादन क्षमता का अच्छा स्कोप है इसीलिए हमें जरूरत है कि ऐसे आंकड़ों का संग्रहण करें जिससे छोटे यूनिट के साथ-साथ बड़े यूनिट्स के कारखाने रजिस्टर पंजीकृत करें, अपने आंकड़ों का संरचनात्मक तरीके से उपयोग करें ।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार की योजना के अनुसार प्रदेश की इकोनामी एक ट्रिलियन को सूचीबद्ध करने के लिए हम सभी विभाग मिलकर सही आंकड़ा दें ताकि भारत की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन बनाने में सहयोग दे सके, यह आंकड़े पूर्ण रूप से गोपनीय होते हैं इनका क्रियान्वयन भविष्य की योजनाओं को नीति निर्धारण के क्रम में उपयोग किया जाता है भविष्य की रणनीतियां बनाने में यह आंकड़े बहुत उपयोगी होते हैं।
जिला एवं अर्थ संख्या अधिकारी एस के सिंह ने बताया की कार्यशाला का उद्देश्य है की समय-समय पर जागरूकता अभियानों और कार्यशालाओं का आयोजन करके उत्तर प्रदेश के क्षेत्र में एनएसओ भारत सरकार और DES उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे हैं संदेश सर्वेक्षणों के बारे में जागरूकता फैलाएं तथा उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रगति को प्राप्त करने के लिए इन सर्वेक्षणों में एकत्र किए गए आंकड़े बहुत महत्वपूर्ण है। सर्वेक्षणों के माध्यम से एकत्र किए गए आंकड़े नीति निर्माण और कार्यक्रम मूल्यांकन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जो गरीबी उन्मूलन शिक्षा स्वास्थ्य देखभाल ग्रामीण विकास और आर्थिक विकास के लिए मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं सर्वेक्षण के दौरान उत्तर दाताओं को यह बताया जाना चाहिए कि उनके द्वारा साझा की गई जानकारी का उपयोग उनकी व्यक्तिगत पहचान उजागर किए बिना केवल सांख्यिकी उद्देश्यों के लिए ही किया जाएगा।
कार्यशाला का विशेष कर अनियमित सेक्टर के उद्यमों का वार्षिक सर्वेक्षण करना है उद्यमों के पंजीकरण के बारे में जानकारी एकत्र करना है सर्वेक्षण के दौरान उद्यमों के बुनियादी और परिचालन संबंधी जानकारियां एकत्र करना है। उद्यमों द्वारा अपनाई गई गतिविधियां मूलधन और अन्य परिचालन खर्चों की जानकारी प्राप्त करना है। उद्यमों के कर्मचारियों के रोजगार विवरण और मुआवजे की जानकारी प्राप्त करना है उद्यमों के बकाया ऋण की जानकारी सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के उपयोग की जानकारी प्राप्त करना है। एएसआई भारत में औद्योगिक सांख्यिकी का प्रमुख स्रोत है यह विनिर्मित प्रक्रियाओं मरम्मत सेवाओं जलापूर्ति कोल्ड स्टोरेज आदि से संबंधित गतिविधियों के लिए संगठित विनिर्माण क्षेत्र की समग्र तस्वीर प्रदान करता है।

सर्वेक्षण के माध्यम से संपत्ति देयता ए रोजगार और श्रम लागत रसीदें खर्च इनपुट आइटम स्वदेशी और अतीत निर्मित उत्पाद की जानकारी प्राप्त करना है जिनका उपयोग नीति निर्माण में किया जा सके।
उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण का प्रमुख उद्देश्य रोजगार और बेरोजगारी संकेत को का अनुमान लगाने के लिए है जैसे श्रमिक जनसंख्या अनुपात श्रम बल भागीदारी दर बेरोजगारी दर आदि की जानकारी प्राप्त करना है। कार्यशाला के आयोजन में आईएमए की महिला प्रतिनिधि भावना गुप्ता ने नसबंदी की ऑनलाइन फीडिंग की समस्या को कार्यशाला में रखा उन्होंने बताया कि इसकी कोई ऑनलाइन फीडिंग की व्यवस्था नहीं है जिसके लिए कोई पोर्टल या साइट उपलब्ध कराया जाए जिस पर ब्लॉक प्रमुख विशुनपुरा विंध्यवासिनी श्रीवास्तव ने ऑनलाइन पोर्टल पर फीड की गई डाटा की जानकारी उपलब्ध कराने हेतु सुझाव दिए।
इस अवसर पर उपायुक्त उद्योग अभय कुमार सुमन, सहायक श्रमायुक्त, प्रबंधक जिला अग्रणी बैंक, सहित जन प्रतिनिधि व अन्य सभी सम्बन्धित विभागों के अधिकारी गण उपस्थित रहे।

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