कम्पोजिट विद्यालय रतनपुरवां द्वारा संचारी रोग नियंत्रण की दी गयी जानकारी ।

असहद अली अंसारी की रिपोर्ट
पनियरा । उच्च प्राथमिक विद्यालय रतनपुरवां कम्पोजिट, पनियरा, महराजगंज पर संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत नवाचारी शिक्षक वरेश कुमार द्वारा निर्मित मष्तिष्क ज्वर पर आधारित पम्पलेट का विमोचन बी ई ओ सुधीर कुमार, राज्य संसाधन समूह के सत्यप्रकाश वर्मा, मुख्यमंत्री शोधार्थी सत्यप्रकाश त्रिपाठी, वरिष्ठ अकादमिक रिसोर्स पर्सन महेंद्र चौहान व संजय पासवान के हाथों सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि के रुप खण्ड शिक्षा अधिकारी सुधीर कुमार ने कहा कि संचारी रोग गंदगी के कारण होता है। गंदगी दो प्रकार की होती है एक व्यक्तिगत और दूसरी वातावरणीय। हमें दोनों को स्वच्छ रखना होगा। उन्होंने बच्चों और अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें सचेत रहने की आवश्यकता है। इस विद्यालय के शिक्षक वरेश कुमार नित नवाचार करते रहते हैं। आज उनके द्वारा निर्मित पम्पलेट समीचीन है। राज्य संसाधन समूह के सदस्य सत्यप्रकाश वर्मा ने कहा कि संचारी रोग पर अर्चना, बिरजू, आरती, श्वेता, आयुष, सुहानी, महिमा, पवन, कृष्णा द्वारा जो नाटक प्रस्तुत किया गया बहुत ही शानदार रहा। बच्चों में इस तरह के कार्यक्रम द्वारा शिक्षक वरेश कुमार एक ओर जागरूक कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर बच्चों में आत्मविश्वास भी बढा रहे हैं। ए आर पी संजय पासवान ने बच्चों व अभिभावकों को संचारी रोगों पर विशेष जानकारी देते हुए कहा कि बरसात के मौसम में नमी के कारण बैक्टीरिया को पनपने के लिए अनुकूल वातावरण मिल जाता है। यह बैक्टीरिया लोगों के खांसने और छींकने से एक से दूसरे व्यक्ति तक फैलता है। वहीं, जो व्यक्ति जानवरों के साथ अधिक समय व्यतीत करते हैं, उनके द्वारा भी बैक्टीरिया फैलता है। संक्रमित वस्तुओं के छूने और वायु से भी संक्रमण फैलता है। अशुद्ध जल से टाइफाइड और पीलिया जैसे रोग होते हैं। मच्छर जनित रोग डेंगू, मलेरिया भी बरसात में ही फैलते है। इन सभी कारणों से संचारी रोग फैलने का खतरा बढ़ जाता है। संचारी रोग हमारे गांव अथवा क्षेत्र में रहने वाले परिवारों को आर्थिक एवं शारीरिक नुकसान का एक बड़ा कारण हो सकता हैं। वरिष्ठ ए आर पी महेंद्र चौहान ने नवाचारी शिक्षक वरेश कुमार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आप शिक्षा के साथ साथ स्वास्थ्य के प्रति भी लोगों को जागरूक कर रहे हैं। इससे पहले आप द्वारा मच्छर जनित रोग व हाथ धुलाई पर भी पोस्टर विकसित किए गए। प्रयास रहेगा कि आप द्वारा किए गए कार्यो को उच्च स्तर पर प्रस्तुति मिले। उन्होंने कहा कि गर्मी में जेई, एईएस तथा अन्य संचारी व विषाणु जनित रोगों के दृष्टिगत किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। मुख्यमंत्री शोधार्थी सत्यप्रकाश त्रिपाठी ने झण्डी दिखा कर रैली को रवाना किया जो रतनपुरवा के लोकियाबान टोला, रतनपुरवा चौराहा, हरिजन टोला, हथिअइया टोला पर नारो व तख्तियों के साथ विद्यालय पर समाप्त हुआ। बच्चे “कचरा कचरेदानी में, सोएं मच्छरदानी में”, “हर रोगो की एक दवाई, घर में रखो साफ सफाई”, “संचारी रोग पर सीधा वार, सुरक्षित होगा तब परिवार”, “आओ मिलकर हाथ बटाएं, गाँव को अपने स्वच्छ बनाए” आदि नारे लगाते हुए तथा वरेश कुमार द्वारा निर्मित मष्तिष्क ज्वर के पम्पलेट को बांटते हुए जागरूक किया। कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। तत्पश्चात् अतिथियों का स्वागत बच्चों ने समर कैम्प में सीखे बैज लगाकर किया। राजलक्ष्मी, अर्चना, बिरजू, आरती, सुहानी, अंशिका ने बालिका शिक्षा पर आधारित नाटक प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में प्रभारी प्रधानाध्यापक त्रिलोकी प्रजापति ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में हरेंद्र सिंह, विवेक गुप्ता, सुष्मिता सिंह, सुनीता कुमारी, रामेश्वर, गणेश यादव, अशोक कुमार आदि का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का सफल संचालन शिक्षक वरेश कुमार ने किया।