उर्वरक की हो रही ओवर रेटिंग से किसान परेशान, जिम्मेदार मौन।
आशुतोष की रिपोर्ट
परसामलिक।नौतनवा विकास खंड अंतर्गत जमुहानी व जिगिना में स्थित निजी उर्वरक की दुकानों द्वारा क्षेत्र के किसानों का जमकर शोषण किया जा रहा है।किसानों का कहना है की यूरिया का शासन द्वारा निर्धारित रेट से 40 से 80 रुपए अधिक लिया जा रहा है । वही सुबह 4 बजे से ही तस्करो को बिना आधार कार्ड के ही उर्वरक ऊंचे दामों में बेच दिया जा रहा है। जिम्मेदारों द्वारा कार्यवाही नही होने से दुकानदारों का मनोबल काफी बढ़ गया है। ऐसे में परेशान किसानों ने कार्रवाई के लिए संबंधित अफसरों से गुहार लगाई है।
एक तरफ शासन द्वारा सख्त हिदायत दी जा रही की किसी भी सूरत में उर्वरक की ओवर रेटिंग नही की जाएगी। वही नौतनवा विकास खंड अंतर्गत जिगिना व जमुहानी में निजी उर्वरक दुकानदार शासन द्वारा जारी निर्देशो का उलंघन कर अपनी मनमानियों से बाज नहीं आ रहे है। किसानों का कहना है की एक तो बारिश नही होने से किसान अपनी फसल को लेकर काफी परेशान है। वही उर्वरक दुकानदारों द्वारा भी उनका आर्थिक शोषण किया जा रहा है। निजी दुकानदार शासन द्वारा यूरिया का 266.50 रेट निर्धारित होने के बावजूद 320 से लेकर 350 रुपए में बेच रहे है। वही डीएपी में भी शासन द्वारा निर्धारित रेट से 100 रुपए तक अधिक दाम ले रहे है। बता दे की उर्वरक की कई दुकानों पर उर्वरक का रेट बोर्ड नहीं लगाया गया है। वही कुछ दुकानों पर वाल पेंटिंग के माध्यम से बोर्ड तो दिख रहा है। लेकिन उर्वरक का रेट व स्टाक नदारद है। इससे आए दिन निर्धारित दाम से अधिक वसूली की शिकायतें आ रही हैं।विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसके कारण दुकानदानों को मनमानी करने में छूट मिल रही है।