सामुदायिक शौचालय में पसरी गंदगी, खुले में शौच कर रहे ग्रामीण।

आशुतोष कुमार की रिपोर्ट
परसामलिक।जहां एक तरफ केंद्र की मोदी व राज्य की योगी सरकार स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत करोड़ों रुपए खर्च करके सामुदायिक शौचालयों का निर्माण करवा रही है।तो वहीं सरकार के कुछ नुमाइंदे स्वच्छ भारत मिशन को पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं।शासन द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीणों को व्यक्तिगत शौचालय के देने के बाद प्रत्येक ग्रामसभाओं में लाखो की लागत से सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया गया है । जिससे व्यक्तिगत शौचालय से वंचित ग्रामीणों को लाभ मिल सके। नौतनवा विकासखंड अंतर्गत ग्रामसभा सेवतरी में लाखो की लागत से सामुदायिक शौचालय का निर्माण तो हुआ लेकिन जिम्मेदारों को लापरवाही की वजह से शौचालय में गंदगी व्याप्त रहने से स्थानीय ग्रामीण उसका उपयोग करने से कतराते हैं। लघुशंका या शौच करने के लिए खुले स्थान पर जाने के लिए मजबूर होते हैं।बता दे की उक्त ग्रामसभा में स्थित सामुदायिक शौचालय के रख रखाव का जिम्मा श्री मां दुर्गा स्वयं सहायता समूह की महिलाओ के हवाले है।इसके एवज में प्रत्येक माह पंचायत निधि से समूह को पारिश्रमिक छ: हजार और तीन हजार रुपये शौचालय में इस्तेमाल होने वाली सामग्री की खरीदारी को भुगतान किया जाता है। ग्रामीणों का कहना है की प्रतिदिन साफ सफाई न होने के कारण लोग खुले में शौच करने को मजबूर हो रहे हैं। शौचालय की चहारदीवारी पर रंग रोगन के लिए हजारों रुपयें खर्च कर लिखें गए श्लोगन स्वच्छता अभियान को मुंह चिढ़ा रहे है।इस बाबत एडीओ पंचायत रामकृष्ण से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल नॉट रिचेबल मिला।