कुशीनगरउत्तर प्रदेश

लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों को शत प्रतिशत मिले: डीएम

जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट सभागार में सभी विभाग के अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक

नसरुल्लाह अंसारी की रिपोर्ट

कुशीनगर। नवागत जिलाधिकारी उमेश मिश्रा द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत सभी विभागाध्यक्षों के साथ विभागीय बैठक की गई ,जिसमें सभी अधिकारियों का परिचय लेने के पश्चात शासन द्वारा संचालित लोक कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति जानी। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से पशुओं में तेजी से फैल रही लंपी बीमारी के बारे में गठित की गई टीम/ समिति ब्लॉक स्तर/तहसील स्तर पर एवं दी जाने वाली वैक्सीनेशन/टीकाकरण की प्रक्रिया की समीक्षा की। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद में लगभग 3 लाख 57 हजार से ज्यादा पशु है, जनपद स्तर पर 14 टीमें कार्यरत है जो गांव-गांव जाकर वैक्सीनेशन/टीकाकरण का कार्य पूरा कर रही है।जिलाधिकारी ने समस्त उपजिलाधिकारी/ बीडीओ को ब्लॉक स्तर पर ग्राम प्रधानों, बीडीसी, ग्राम पंचायत के सदस्यों के साथ बैठक ब्लॉक /तहसील स्तर पर करने हेतु लंपी बीमारी से बचाव एवं सुरक्षा के उपायों के बारे में बताने तथा ग्राम पंचायत स्तर पर बीमारी की रोकथाम करने हेतु जागरूकता अभियान चलाने हेतु संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया। डीएम ने कहा जिन ग्रामों में लंपी बीमारी अभी नहीं फैली है वहां पर वैक्सीनेशन/टीकाकरण का कार्य युद्ध स्तर पर करवाया जाए जिससे यह रोग तेजी से फैलने से काफी हद तक रुक जाएगा एवं जो पशु इस बीमारी से ग्रसित है उन्हें स्वस्थ पशुओं से अलग रखना एवं उनकी खान पान/चारा की अलग व्यवस्था करने हेतु किसानो को जागरूक करने हेतु संबंधित को निर्देशित किया।उन्होंने कहा कि सुरक्षा, सतर्कता एवं बचाव एवं जागरूकता से ही इस बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है।जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से शासन स्तर पर अधिक वैक्सीनेशन मंगवाने हेतु प्रस्ताव बनाकर लाने के लिए निर्देशित किया।सभी विभागाध्यक्षों को यह निर्देशित किया की आईजीआरएस ,सी एम हेल्पलाइन ,जनता दर्शन, तहसील समाधान दिवस, थाना दिवस एवं अन्य किसी भी प्रकार के माध्यम से प्राप्त शिकायतों का निस्तारण संतुष्टिपूर्ण,त्वरित एवं गुणवत्तापूर्वक करें!सेक्रेटरी/सचिव,लेखपाल ,कानूनगो, तहसीलदार फील्ड विजिट लगातार करते रहें। किसी भी प्रकार की प्रकरण में गलत आख्या नहीं आनी चाहिए। ऐसे प्रकरण जो उच्च अधिकारियों से निस्तारण होने योग्य है उन पर अपनी स्पष्ट आख्या लिखें ।प्रार्थना पत्रों के निस्तारण में ढीला रवैया कभी नहीं अपनाए।जिलाधिकारी ने कहा विनम्रता, स्थिरता एवं गरिमा, नैतिकता सरकारी नौकरी के सबसे आवश्यक अंग हैं। इसीलिए प्रत्येक विभागाध्यक्ष अपनी गरिमा बनाकर रखें। वादों में उलझने की कोशिश ना करें।सभी कार्यों को नियमों,मानकों, मापदंडों के अनुरूप संपादित करें एवं अपनी नैतिकता को कायम रखें। सभी विभाग अपने लिपिक एवं पटल सहायक अपनी नाम की मोहर बना ले एवं सुस्पष्ट आख्या लिखे तथा हस्ताक्षर बनाएं। प्रार्थना पत्र की जांच विभागाध्यक्ष अपने स्तर पर क्रॉस चेकिंग जरूर करें एवं निस्तारण करने वाले अधिकारी फील्ड की फोटो एवं वीडियो जरूर बनाएं। अगर कोई प्रार्थना पत्र में किसी पात्रता की श्रेणी में लाभार्थी नहीं आते हैं तो उन्हें भी अवगत कराएं काम चलाऊ शिकायत का निस्तारण न करते हुए गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हेतु सभी अधिकारियों को निर्देशित किया ।कुशीनगर को विकास, रोजगार,शिक्षा, स्वास्थ्य की सुविधाएं दिलाना,अंतर्राष्ट्रीय ख्याति दिलाना ही प्राथमिकता है ,जिसमें सभी विभागाध्यक्ष अपना योगदान दे ताकि वैश्विक पटल पर बुद्ध की तोपस्थली इस पावन भूमि को पर्यटन एवं अन्य क्षेत्रों में पहचान दिलाया जा सके। इस धरती की सांस्कृतिक और विशिष्ट पौराणिक धरोहर को संजोग कर रखने में हर संभव प्रयास करें।बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विकास अधिकारी ,जिला पूर्ति अधिकारी, समस्त उप जिलाधिकारी डीपीओ, डीपीआरओ एवं अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी /कर्मचारी तथा पटल सहायक उपस्थित रहे।

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