पढ़ने की उम्र में कबाड़ बिनकर पेट पाल रहे नबालिक बच्चे।

आकाश कशयप की रिपोर्ट
ठूठीबारी ।भारत नेपाल सीमा पर नबालिक बच्चे दो वक्त की रोटी के लिए कूड़े की ढेर में रखे कबाड़ जरूरत चींजो को इकट्ठा कर उसे बेच के परिवार का पेट को पाल रहे है । वही ठूठीबारी तिराहे के समीप कूड़े की ढेर में नबालिक बच्चे के द्वारा कबाड़ बीनते वक्त यह तस्वीर देख लोगो के दिलो को छू लिया । जिस उम्र में हाथ मे कलम की जरूरत होती है उसी उम्र अभिवाहक की कमी के कारण भूख मिटाने के लिए कचरे को बीनने में शिक्षा को भुल जाते है । जिससे कि शिक्षा ग्रहण करना इनसे कोसो दूर चला जाता है । वही अभियान के माध्यम से शिक्षा की ओर बच्चे को जागरूक की जा रही है । तो वही बच्चे कूड़े कर्कट जरूरत चीजो को बीनने में मग्न है । ज्यादेतर नबालिक बच्चे दुकानों , होटल, ठेले फल, आदि दुकानों पर नजर आ रहे है । जिसपर जिम्मेदार चुप्पी साधे बेठे है । वही पुलिस व एसएसबी जवानों के द्वारा भारत नेपाल सीमा पर बाल मजदूरी को रोकने के लिए अभियान के माध्यम से जागरूक करते रहते है । मगर कहि इस अभियान का पालन हो रही तो कही अभियान की अंगूठे दिखाई जा रही है । जो कि अनदेखा कर काम में बच्चे लग जा रहे है । पड़ने की उम्र में काम की जिम्मेदारी से सपने टूट जाते है । इसी के कारण बच्चे अपनी सपनो से दूर होते चले जाते है ।