जिगनिहवा, झींगटी, लक्ष्मीनगर, खजुरिया गांवों सहित चंदन नदी और महाव नाले का डीएम ने किया निरीक्षण
महराजगंज । विगत दो दिनों से नेपाल और भारत में हो रही उसकी मूसलाधार वर्षा के कारण जनपद के नदियों और प्रमुख नालों में उफान के दृष्टिगत जिलाधिकारी अनुनय झा और पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा द्वारा प्रभावित नदियों और गांवों का निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी ने जिगनिहवा, झींगटी, लक्ष्मीनगर, खजुरिया गांवों सहित चंदन नदी और महाव नाले का निरीक्षण किया।
विगत दो दिनों में नेपाल और भारत में हुई भारी वर्षा के कारण नेपाल की अनेक नदियां में जलस्तर में बढ़त और चंदन व झरई नदी के तटबंधों में कुछ जगहों पर रिसाव के कारण तटवर्ती गांवों में पानी घुसने की सूचना मिलने पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रभावित गांवों का निरीक्षण किया गया।
जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता सिंचाई बाढ़ खंड से स्थिति की जानकारी ली। अधिशासी अभियंता ने बताया कि गंडक बैराज से कल 6.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसमे 4.2 लाख क्यूसेक पानी भारतीय क्षेत्र में आने के कारण प्रमुख नदियों का जल स्तर बढ़ गया है। महाव नाला अपने ऐतिहासिक ऊंचाई पर बह रहा था, लेकिन तटबंध अब भी सुरक्षित है। जिलाधिकारी ने लक्ष्मीनगर, झिंगटी, ठूठीबारी, जिगनिहवा सहित विभिन्न गांवों का निरीक्षण किया और बाढ़ चौकी ठठीबारी को भी देखा। उन्होंने उपजिलाधिकारी नौतनवां निचलौल को निर्देशित किया कि अगर जरूरत पड़े तो ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए सभी जरूरी इंतजाम कर लें। सामुदायिक रसोई को शुरू कर दें। सभी नावों कर गोताखोरों को सक्रिय रखें। पशु आश्रय स्थलों को चालू हालत में रखें। पुलिस अधीक्षक ने एसडीआरएफ टीम और बाढ़ पीएसी को सभी जरूरी संसाधनों के साथ सक्रिय रहने का निर्देश दिया।निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी डॉ पंकज कुमार वर्मा, उपजिलाधिकारी नौतनवा निचलौल सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।