बढ़ते तापमान और गर्मी को देखते हुए डॉ आशुतोष शुक्ला ने की आम जनता से अपील।
अंबेडकरनगर।गर्मी का आलम यह है कि सड़क पर निकल रहे लोग अपने आप को पूरी तरह से कपड़े से कवर करके बाहर निकल रहे हैं. तेज धूप और बढ़ते हुए तापमान के चलते एक तो लोग घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं. अगर लोगों को मजबूरी में घर से बाहर निकलना भी पड़ रहा हैं तो गर्मी से बचने के लिए उन्हें गन्ने का जूस और नारियल पानी का सहारा लेना पड़ रहा है.स्थानीय निवासी कृष्णा ने मीडिया कर्मी से बात करते हुए बताया कि इस समय टेंपरेचर बहुत ज्यादा है. हम लोग इधर-उधर मार्केट में काम के लिए निकल रहे हैं. कुछ लोग रोजगार खोज रहे हैं, कुछ लोग अपना काम कर रहे हैं. बीच में प्यास लग रही है तो कभी गन्ने का रस पी रहे हैं, कभी कोल्ड ड्रिंक पी रहे हैं कभी नारियल पानी पी रहे हैं. इसी तरीके से प्यास बुझाने का काम चल रहा है. लेकिन गर्मी की बात करें तो अभी आप देख ही रहे हैं सूरज एकदम सिर पर है।बढ़ते तापमान एवं गर्मी के मद्देनजर डॉ आशुतोष शुक्ला ने जिलेवासियों से गर्मी व लू से बचाव के लिए जरूरी एहतियात बरतने की अपील की है। उन्होंने बताया कि गर्मी के कारण डिहाइड्रेशन, चक्कर आना, चिड़चिड़ापन, हीट स्ट्रोक जैसी समस्याएं हो सकती है। इससे बचाव को लेकर विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है। खास कर के छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। कहा कि तापमान में बढ़ोतरी के कारण अत्यधिक गर्मी हो रहा है, ऐसे में बिना जरूरी काम के घरों से ना निकलें। इसके अलावा उन्होंने बताया कि गर्म हवाएं व लू से शारीरिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में आम नागरिक अपने दैनिक कार्यक्रमों की सूची बनाने से पूर्व रेडियो, टीवी या अखबार के माध्यम से अपने स्थानीय मौसम की जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें। ताकि घर से बाहर निकलते समय गर्म हवाओं व लू के प्रकोप से बचा जा सके।उन्होंने कहा कि जितना संभव हो पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं। इसके साथ ही जब भी धूप में घर से बाहर निकलें तो सिर को गमछा या तौलिया से ढक कर ही निकलें साथ ही हल्के रंगों के ढीले फिटिंग और सूती कपड़े पहनें। साथ ही शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा बनी रहे, इसके लिए पेय पदार्थ जैसे लस्सी, पानी, जूस, छाछ, नींबू पानी आदि का प्रयोग करें। धूप से बचने के लिए चश्मा, छाता, हैट, जूते आदि डाल कर ही बाहर निकलें। उन्होंने ओआरएस घोल, लस्सी, तोरानी चावल का पानी नीबू पानी आदि जरूरत के मुताबिक सेवन करने की बात कही। उन्होंने कहा कि सिर्फ खुद ही नहीं बल्कि पशु पक्षियों को भी लू से बचाना जरूरी है। जिसके लिए पशु पालक पशुओं को छाया में रखें और अधिक से अधिक पानी पिलाएं। पक्षियों के लिए घड़े या छोटे पुराने बर्तनों में छत, बगीचे आदि स्थानों में पानी अवश्य रखें। वहीं उन्होंने कहा कि घरों को ठंडा रखने के लिए पर्दो का प्रयोग करें और रात को खिड़कियां खोल कर रखें।