प्रशिक्षण में मिली जानकारी का लाभ बुजुर्गों तक पहुंचाएं-सीएमओ ।
बुजुर्गों की देखभाल एवं तनाव प्रबंधन के बारे में प्रशिक्षित किए जा रहे सीएचओ

महराजगंज ।प्रशिक्षण में मिली जानकारी की सार्थकता तभी सिद्ध होगी जब सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी प्रशिक्षण में मिली जानकारी का लाभ बुजुर्गों तक पहुंचाएं। प्रशिक्षण के दौरान बुजुर्गो के देखभाल, आहार, व्यवहार और गाइडेंस विषय पर पोस्टर लेखन भी कराया गया।
उक्त बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 दिलीप सिंह ने इल्डरली एंड पैलिएटिव केयर सर्विस बुजुर्ग और उपशामक देखभाल सेवा विषयक पांच दिवसीय प्रशिक्षण के समापन अवसर पर कहीं। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सभी सीएचओ को प्रमाण पत्र भी दिया गया । प्रशिक्षक व डिप्टी सीएमओ डाॅ0 वीवी सिंह ने कहा कि सभी सीएचओ द्वारा बुजुर्गों के साथ साथ उनके परिवार को भी देखभाल के लिए विस्तृत जानकारी दी जाए. अपने आरोग्य मंदिर पर चिकित्साधिकारी, एएनएम, आशा,आंगनबाड़ी और सामाजिक कार्यकर्ताओं की टीम गठित कर उपरोक्त बिन्दुओं को साक्षा किया जाए । उन्होंने कहा कि इस विषय पर जिले में तैनात सभी सीएचओ को बैचवार प्रशिक्षित किया जाएगा । प्रशिक्षक व डिप्टी सीएमओ डाॅ.नीरज लाल कन्नौजिया ने कहा कि यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद जब सीएचओ अपने केन्द्र और गांव में जाएं तो लोगों को बताएं कि बुजुर्गों की अच्छे से देखभाल घर पर ही की जानी चाहिए । घर पर बुजूर्ग मरीजों को सामाजिक और मानसिक सहयोग भी मिलता है। प्रशिक्षक मीना कुशवाहा ने बताया कि सीएचओ का दायित्व बुजुर्गों को बीमारियों से बचाने के लिए लोगों की जीवन शैली में बदलाव लाने में मदद करना, बीमारियों की जटिलताओं से बचने के लिए व्यवहार में बदलाव लाने के लिए प्रेरित भी करना है। प्रशिक्षक प्रीति ने बताया कि बुजुर्गों में स्वास्थ्य को लेकर तरह तरह की समस्याएं होती हैं। बुजुर्गो की समस्या समाधान में परिवारीजनों की भी अहम भूमिका होती है। परिवारीजनों को भी अपने घर के बुजुर्गों को लेकर नजदीक के अस्पतालों पर जाना चाहिए तथा स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान कराना चाहिए । प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों में रानी शर्मा, मधुसूदन, राधेश्याम, नूजहत, चांदनी आदि के नाम हैं । इस अवसर पर जिला कुष्ठ अधिकारी डाॅ एन एन प्रसाद,डिप्टी सीएमओ डाॅ अखिलेश यादव भी उपस्थित रहे है।