महराजगंज।जिला सूचना अधिकारी प्रभाकर मणि त्रिपाठी ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताए हैं। कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उ०प्र० पर्यटन नीति-2022 अन्तर्गत अन्तर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय महत्व के प्रसद्धि पर्यटन गतव्य स्थलों के आसपास 50 किमी० की रेंज में उ०प्र० की स्थानीय, पारंपरिक और दुर्लभ व लुप्तप्राय कला, संगीत, शिल्प, लोक नृत्य और व्यंजनों के संरक्षण, संवर्धन व पुनर्जीवित करने में शामिल व्यक्ति समूह को रू0 05 लाख रुपये पाँच लाख तक का एकमुश्त अनुदान दिये जाने की व्यवस्था की गयी है। अतः पर्यटन नीति 2022 के अन्तर्गत ऐसे व्यक्ति समूह जो दुर्लभ एवं लुप्तप्राय कला, संगीत, शिल्प, लोक नृत्य और व्यंजनों के संरक्षण, संवर्धन व पुनर्जीवित करने में शामिल हैं। अपना व संबंधित दुर्लभ एवं लुप्तप्राय कला, संगीत, शिल्प, लोक नृत्य और व्यंजनों का विवरण 30 अप्रैल तक जिला सूचना कार्यालय महराजगंज में प्रेषित करना सुनिश्चित करें।